दोस्तों आज मैं आपको चित्रकार के लिए किन चीज़ों की समझ होनी चाहिए उसके बारे में जानकारी दूंगा और किन किन तत्वों की मुख्य रूप से आवश्यकता होती उसके बारे में जानकारी दूंगा, जो एक चित्रकार डिजाइन के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा, बेहतरीन चित्रकला के लिए रेखा, आकार, रूप, स्थान, रंग मूल्य और बनावट बहुत जरूरी है , दोस्तों चित्रकारी केवल रंग और ब्रश करने की कला नहीं है, बल्कि किसी कलाकार के पीछे की भावना उसके सोचने का तरीका, एक सफल चित्रकार के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों की समझ का होना जरूरी है ,हालांकि आपको विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इससे संबंधित लेख मिल जाएंगे लेकिन इन तत्वों को में जिस रूप से समझता हु, उस आधार पर बता रहा हु, अगर आप कोई एक अच्छा चित्रण बना रहे हैं तो एक अच्छा चित्र संयोग से नहीं बनता, उसके लिए जरूरी है सही प्रारूप का होना, यह दृश्य रूप से सम्मोहक और प्रभावी कलाकृति बनाने के लिए एक साथ काम करते हैं, चाहे आप, एक चित्रकार, ग्राफिक डिजाइनर, या एक कलाकार हो, डिजाइन के तत्वों को समझना आपके लिए एक अच्छा काम हो सकता है, इस लेख में हम आपको उदाहरण सहित समझाएंगे की वे (तत्व) एक उत्कृष्ट चित्रण में कैसे योगदान देते है, तो चलिए जानते है।


(1) रेखाओं का कार्य और यह क्यों महत्वपूर्ण है 

रेखाओं का महत्व एक चित्र के लिए बहुत जरूरी होता है क्योंकि रेखाऐं जरूरी नहीं कि सीधी हो कोई भी चित्र आप देखिए जैसे आप एक कार बना रहे है, तो कार में कुछ घुमावदार, कुछ सीधी और कुछ आड़ी टेडी रेखाएं होती है,



(रेखाओं को चित्र द्वारा समझाया गया है)


रेखा किसी भी चित्र का आधार होती है, यह रूपरेखा, गति दिखाना, सही दिशा देना आदि कार्य, रेखाओं का होता है, सीधी रेखाओं को अक्सर कठोरता के लिए, और घुमावदार रेखाऐं लचीलापन और सौंदर्य का संकेत देती है ,रेखाऐं किसी भी चित्र डिज़ाइन में सबसे ज्यादा प्रभावित करने का कार्य करती है, वे किसी भी रूप में हो सकती है जैसे सीधी, मोटी, पतली, टेढ़ी मेढी घुमावदार, लगातार या टूटी हुई हो सकती है, हर रेखाओं का कार्य अलग अलग होता है और दर्शकों की नज़र को चित्रण में निर्देशित करती है। अक्सर रेखाओं का उपयोग किसी विशेष बिंदु पर नज़र खींचने या उस चित्रण की भावना पैदा करने के लिए किया जाता है, जिसका उल्लेख हम आगे के लेखों में करेंगे, गतिशील रेखाओं का उपयोग चित्रण के गति को व्यक्त करने के लिए किया जाता हैं,

(2) आकार के आधार पर चित्रण की जानकारी 


चित्र में जो आकार दिखाई देता है, वो आकृतियों के रूप में होती है,आकार ही चित्र को पहचान और सही रूप देती है,आकार रेखाओं द्वारा बनाएं गए संलग्न क्षेत्र है, वे ज्यामितीय (वृत, वर्ग, त्रिकोण) या (प्रकृति में पाए जाने मूल रूप या अनियमित आकार) हो सकते है, चित्रण में रचना और दृश्य कहानी कहने में आकार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, दिए गए फोटो में आपको सभी प्रकार की ज्यामितीय आकृतियों का संलेख मिल रहा होगा, चित्र में एक त्रिभुज और circle दिया गया है यह आपको बताता है कि यह एक मुख्य रूप से आकार है, लेकिन इसे हम इन नामों से पुकारते है,



             (आकार को चित्र द्वारा समझाया गया है)

(3) चित्रण में रूप का महत्व 


          
               (रूप को चित्रण द्वारा समझाया)

रूप आकार का त्रिआयामी विस्तार होता है, यह गहराई, चौड़ाई, और विस्तार को दर्शाता है, शेड और प्रकाश जैसी चीजों का इस्तेमाल करके आप चित्र को एक बढ़िया रूप दे सकतें है, जिससे ऐसा प्रतीत हो की वह जीवित है,
किसी भी रूप के विपरीत फॉर्म में तीन आयाम होते है, ऊंचाई, चौड़ाई और गहराई, छायांकन का उपयोग अक्सर 3d चित्रण किए गए चरित्र चित्रण या डिजिटल पेंटिंग एक जीवित गहराई और आयतन बनाने के लिए फॉर्म का उपयोग किया जाता है, जो कि चित्रण के लिए अहम भूमिका निभाता है। रूप का होना इसलिए जरूरी है जैसे आप किसी चीज़ या वस्तु को चित्र में व्यक्त कर रहे है तो आपको उसकी रूप रेखा देखकर ही पता चल जाता है कि यह चित्रण किसका या किस प्रकार का है,


(4) दो वस्तुओं के बीच की दूरी को दिखाना 


        
              (चित्रण में स्थान को बताया गया है)

चित्र में दो वस्तुओं के अंतर को दर्शना स्थान के रूप में कहलाता है, आगे, मध्य, और पीछे वाली भूमि के दृश्य को दर्शाना एक स्थान की अनुभूति कराता है,स्पेस का मतलब डिजाइन में वस्तुओं के आस पास और उसके बीच का क्षेत्र होता है, सकारात्मक स्थान विषय होता है, जबकि नकारात्मक स्थान इसके आस पास का खाली क्षेत्र होता है, स्पेस का प्रभावी उपयोग और दृश्य स्पष्टता को बेहतर बनाता है। स्पेस का उपयोग सामंजस्य की भावना पैदा करना या किसी विशेष तत्व की और ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जाता है। यदि आप ध्यान से नहीं देख रहे है तो आपको नीचे दिए गए चित्रण में सिर्फ आपको काला धब्बा नज़र आयेगा हमने इस चित्रण को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों दृष्टि से आपको इस चित्रण में बताया है।


(5) रंग में होता है भावनाओं और सौंदर्य का समावेश 


(रंग का महत्व चित्रण द्वारा)

रंग का होना चित्रण में इसलिए जरूरी है कि वह भावनाओं को अभिव्यक्त करता है, यह चित्रण को जीवंत रूप देता है, दर्शकों का ध्यान इससे आकर्षित होता है, यह रंगों की भावना और सौंदर्य के बीच का संतुलन है,रंग सिद्धांत डिजाइन और चित्रण में आवश्यक है, क्योंकि रंग भावनाओं को जगाने का कार्य करते है, मूड सेट करते है और जोर देते है रंग चक्र पूरक योजनाएं और रंग मनोविज्ञान चित्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, नीचे दिए गए चित्रण में आपको कुछ भावनाओं के साथ चित्र पेश किया है, जो पात्रों को दिखा रहे है। अगर आप छवि का चित्र में रूपांतरण कर रहे है, तो वे एक भावनात्मक रूप से आपको खुद को प्रभावित और आकर्षक करने वाली होनी चाहिए जब तक कोई चित्र अपने आपको आकर्षित नहीं लगेगा तो वह लोगों को प्रभावित करने में असमर्थ रहेगा।जैसे नीचे दिए - 


(6) मूल्य (छाया) होता है उजाले और अंधेरे की शक्ति 


       
                      (छाया को समझाया गया)

यह मुख्य रूप से किसी चित्रण के गहराई को दर्शाने का कार्य करता है, छाया और प्रकाश के अंतर से चित्रण में एक नया आयाम आता है,मूल्य से तात्पर्य है किसी रंग के हल्केपन या अंधेरे से माना जाता है, जो उजाला और गहराई को पैदा करता है , मजबूत मूल्य चित्रण को अधिक प्रभावशाली और पठनीय बनाता है, मूल्य का basic मतलब आप जो चित्रण कर रहे है वह दिखने में हल्का या bright लग रहा है अगर कोई चित्र bright लग रहा है तो वह अपने आप को और लोगों को जरूर प्रभावित करेगा।

(7) बनावट: वास्तविक और काल्पनिक हो सकती हैं 

       
        
                 (चित्रण में बनावट का महत्व)

चित्र में दिखाई देने या महसूस होने वाली सतह की गुणवत्ता को बनावट कहते है, यह वास्तविक और काल्पनिक भी हो सकती है,बनावट चित्रों को स्पष्ट और अनुभूति का एहसास दिलाता है, यह कलाकृति को अधिक आकर्षक और दृष्टिगत रूप से दिलचस्प बनाती है, हाथ से बनाई गई चित्र अक्सर खुरदरी बनावट का अनुकरण करने के लिए विभिन्न डिजिटल कलाकृति में पानी के रंग या या दानेदार प्रभावों के लिए कस्टम ब्रश शामिल किए जाते है 

Conclusion 

इन सात तत्वों से ही चित्रण को प्रभावी और आकर्षक बनाया जा सकता है, चाहे आप पारंपरिक चित्रण के रहे हो या डिजिटल डिजाइन कर रहे हो इन तत्वों की जानकारी आपको इस कला में माहिर कर सकती है,डिजाइन के साथ तत्व चित्रण को आकर्षक और प्रभावी बनाने के लिए सामंजस्य में काम करते हैं, चाहे आप स्केचिंग कर रहे हो या पेंटिंग कर रहे हो, या डिजिटल रूप से डिजाइन कर रहे हो, हमारे दिए गए इन सात तत्वों को ध्यान में रखते हुए आप कोई चित्रण करते हैं तो यह सात तत्वों से आप अपने चित्र को काफी प्रभावित और आकर्षक बनाने में सफल हो पाएंगे, आप चित्र के रंग, रूप ,आकार स्थान, इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए चित्रण करेंगे तो यह दर्शकों को काफी लुभावना लगेगा, ऐसे ही और जानकारी के लिए आप हमारे site पर विजिट कर सकतें है।

 
धन्यवाद आपका दिन शुभ हो।













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